Scholar / Kavi Parichay

Pandit Jagmohandasji & Pandit Parmesthhi Sahay

पंडित जगमोहनदास और पंडित परमेष्ठी सहाय

आगरा निवासी पंडित परमेष्ठी सहाय और पंडित जगमोहन दास जी को जैन हिंदी साहित्य के इतिहास से अलग नहीं किया जा सकता। पंडित परमेष्ठी दास सहाय ने अर्थ प्रकाशिका नामक एक टीका लिखी है। साथ ही पंडित जगमोहनदास भी अच्छे कवि हैं। उन्होंने धर्म रत्न उद्योत नामक रचना की थी।

Shastra by Pandit Jagmohandasji & Pandit Parmesthhi Sahay

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